निगरानी एवं मूल्यांकन

परिचय :


निगरानी एवं मूल्यांकन शाखा प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख, मध्यप्रदेश के अधीन कार्य करती है। मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा राज्य में किये गए वृक्षारोपण कार्यों के प्रभावी अनुश्रवण करने हेतु विभाग की सूचना एवं प्रौद्योगिकी शाखा द्वारा वृक्षारोपण निगरानी प्रणाली का विकास किया गया है। वर्तमान में निगरानी एवं मूल्यांकन शाखा द्वारा वृक्षारोपण निगरानी प्रणाली के माध्यम से संपूर्ण राज्य में मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा किये गये वृक्षारोपण कार्यों का अनुश्रवण एवं मूल्यांकन मुख्यालय स्तर से किया जा रहा है।

विभागीय फॉरेस्ट मैन्युअल अनुसार शाखा के दायित्व :


  1. विभाग में प्रचलित केंद्र सरकार एवं राज्य शासन की विभिन्न विकास योजनाओं, कार्य आयोजनाओं तथा वित्त आयोग के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं आदि का अनुश्रवण एवं मूल्यांकन।
  2. अनुश्रवण मूल्यांकन के परिणामों से समय-समय पर वन बल प्रमुख को अवगत कराना।
  3. जन परियोजनाओं/योजनाओं/कार्यक्रमों के कार्य समय पर नहीं हो पा रहे है। अथवा अपेक्षित परिणाम प्राप्त नहीं हो पा रहे है, उन कारणों का पता लगाना, परियोजना योजना कार्यक्रमों की कार्य विधि प्रक्रिया में आवश्यक संशोधन/परिवर्तन प्रस्तावित करना तथा यदि अपेक्षित परिणामों की प्राप्ति न हो पाने का कारण क्रियान्वयन स्तर पर लापरवाही या निर्देशों की अवहेलना है, तो संबंधित का उत्तरदायित्व का निर्धारण करना।
  4. जिन योजनाओं/परियोजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन मे उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त हुए है, उनमें सफलता की कहानिआँ (success stories) एवं जिनमे अपेक्षित सफलता प्राप्त नहीं हुई है, उनमें सीखे गये सबकों (lessons learnt) का अभिलेखन करना।
  5. उपरोक्त दायित्वों का निर्वहन शाखा के भारसाधक अधिकारी द्वारा किया जावेगा।

अन्य कार्य :


  1. वृक्षारोपण निगरानी प्रणाली में जानकारी को अद्यतन रखने हेतु समस्त जानकारियां नियमित रूप से प्रविष्ट करने के लिए मुख्य वन संरक्षकों एवं वनमंडल अधिकारियों को निरंतर उनके क्षेत्र की स्थिति से अवगत कराना।
  2. प्रणाली से संबंधित समस्याओं एवं सुझावों जैसेः नवीन रिपोर्ट को जोड़ना, Technical Checks लगाना, वृक्षारोपण पंजीकरण को निरस्त करना आदि के निराकरण हेतु नियमित रूप से सूचना एवं प्रौद्योगिकी शाखा से समन्वय स्थापित रखना।
  3. वीडियो कांफ्रेंस एवं क्षेत्रीय कार्यशालाओं के माध्यम से वृक्षारोपण प्रबंधन को प्रभावी बनाने हेतु प्रयास।
  4. वृक्षारोपण कार्यों के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन द्वारा प्राप्त परिणामों के आधार पर विभाग को नीतिगत स्तर पर महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करना।

वृक्षारोपण निगरानी प्रणाली की मुख्य विशेषताएं :


  1. यूजर फ्रेंडली डैशबोर्ड जो कि विभिन्न मापदंडों की स्थिति को दर्शाता है, जैसेः वनमंडल स्तर से अनुमोदन, प्रतिवर्ष माह मई एवं अक्टूबर सत्र के मूल्यांकन एवं जिओमैपिंग आदि की स्थिति।
  2. वृक्षारोपण कार्यों के वनमडल स्तर से अनुमोदन, मूल्यांकन, व्यय एवं जिओमैपिंग आदि की विस्तृत रिपोर्ट।
  3. मुख्यालय स्तर से बेहतर अनुश्रवण हेतु एकीकृत जिओ-पोर्टल, जिसके माध्यम से वृक्षारोपण क्षेत्र की सीमा के अतिरिक्त Satellite Imagery को देख सकते हैं।
  4. चार स्तरों अर्थात् मुख्यालय, वन वृत्त, वनमंडल एवं परिक्षेत्र में अधिकारों का प्रतिनिधान के साथ ही मुख्यालय स्तर पर एकीकृत डाटा सेंटर।
  5. कार्यप्रवाह आधारित पारदर्शी प्रणाली।
  6. प्रणाली Public Domain में है एवं आमजन द्वारा इसका अवलोकन किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण उपलब्धियांः-


  1. मुख्यालय एवं क्षेत्रीय अधिकारियों के समन्वय से वृक्षारोपण को बहुउपयोगी बनाने के सार्थक प्रयास किये गये हैं। वृक्षारोपण क्षेत्र में पौधे के रोपण के साथ-साथ, मृदा एवं जल सरंक्षण के केन्द्र बनाये गये है। साथ ही क्षेत्रों का रेस्टोरेशन हो रहा है। अधिकारियों का मार्गदर्शन स्थानीय रूप से छोटे-छोटे अभिनव प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि पर्यावरणीय सरंक्षण हो सके।
  2. शाखा में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख के अनुमोदन उपरांत कार्यालयीन कार्य मुख्यतः ऑनलाईन (ईमेल द्वारा) संपादित करने का प्रयास किया जा रहा है।
  3. नियमित रूप से वृक्षारोपण निगरानी प्रणाली में आंकड़ों की प्रविष्टि हेतु क्षेत्रीय अमले को समयानुसार निर्देश दिए गए एवं प्रणाली को अद्यतन रखा जा रहा है।
  4. ऐसे वृक्षारोपण जिनका जीवितता प्रतिशत विभागीय मापदंडों से कम पाया गया है के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।

शाखा द्वारा वर्ष 2024 में प्रणाली में जानकारी को अद्यतन रखने हेतु किये गये प्रयासों से प्राप्त प्रगति के संक्षिप्त आंकड़ें निम्नानुसार हैं। विवरण तालिका में दर्शित है।

क्र. विवरण 01-04-2024 30-12-2024 प्रतिशत वृद्धि
1. कुल पंजीकृत रोपण 25281 27203 7.60
2. स्वीकृत रोपण 25233 27086 7.34
3. मूल्यांकित रोपण 24377 25785 5.77
4. कुल भू-मानचित्रित रोपण 24535 26771 9.11
योजनावार वृक्षारोपण पंजीकरण स्थिति
क्र.

योजना का नाम

कुल वृक्षारोपण (2006 से 31.12.2024)
1. बांस मिशन 618
2. बुन्देलखण्ड पैकेज 114
3. कैम्पा 297
4. कैम्पा (उर्जा वन / जलाऊ लकडी ) 213
5. जल ग्रहण योजना उपचार 9665 10
6. प्रतिपूरक वनरोपण 9664 1726
7. पर्यावरण वानिकी 917
8. ई.एस.आई.पी. 43
9. एफ.डी.ए. (एन.ए.पी.) 2120
10. ग्रीन इंडिया मिशन 392
11. संयुक्त प्रबन्धन समिति (जेएफएमसी) 232
12. महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी 1965
13. सूक्ष्म वन उत्पाद संघ 519
14. नगर वन योजना 07
15. राष्ट्रीय वनीकरण कार्यक्रम (एन.ए.पी) 16
16. नेट प्रजेंन्ट वेल्यू (एनपीवी) 9667 4902
17. ओंकारेश्वर परियोजना 84
18. अन्य केन्द्रीय सहायता 116
19. अन्य 2939
20. सामाजिक वानिकी 4
21. यू.एन.डी.पी. 263
22. वैकल्पिक वृक्षारोपण 1306 106
23. कार्य आयोजना का क्रियान्वयन 8424
24. कार्य योजना क्रियान्वयन (आर.डी.एफ को छोड़कर) 106
25. कार्य योजना क्रियान्वयन (आर.डी.एफ में वृक्षारोपण) 1057
  महायोगः 27190.00